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रविवार, 23 अक्तूबर 2011
शनिवार, 22 अक्तूबर 2011
ये दौलत भी ले लो -ये शौहरत भी ले लो -द्वारा सुदर्शन फाकिर
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वो कागज की कश्ती-वो बारिश का पानी
सोमवार, 17 अक्तूबर 2011
शाम से आँख में नमी सी है -आज फिर आपकी कमी सी है द्वारा -गुलजार -[मराशिम]
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